tag:blogger.com,1999:blog-8728902667790651060.post5281301469139585207..comments2023-05-20T19:11:36.808+05:30Comments on सुमनिका: रामविलास का संगीत दर्शनAnup sethihttp://www.blogger.com/profile/13784545311653629571noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-8728902667790651060.post-34766843766839566312013-02-01T21:15:30.780+05:302013-02-01T21:15:30.780+05:30आपने एक लंबा लेख पढ़ने की जहमत उठाई. इतना धैर्य आज...आपने एक लंबा लेख पढ़ने की जहमत उठाई. इतना धैर्य आज किसके पास है. हौसलाअफजाई के लिए शुक्रिया. सुमनिकाhttps://www.blogger.com/profile/06964582419713526369noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8728902667790651060.post-46953296348511183092013-01-26T19:20:32.718+05:302013-01-26T19:20:32.718+05:30हालांकि रामविलास शर्मा जी को पत्र-पत्रिकाओं में छि...हालांकि रामविलास शर्मा जी को पत्र-पत्रिकाओं में छिटपुट ही पढ़ा है पर वे समग्रता से विचार करके अपने लेखन में जो स्थापनाएं स्थापित करते हैं वे मठाधीशी विचारधाराओं की तुलना में एक सामान्य आम जन के जादा करीब होती हैं। संगीत का माध्यम नाद होता है और सुमनिका जी अपके इस लेख का नाद भी संगीतमय था। इस समीक्षा के माध्यम से संगीत पर रामविलास जी के विचारों से परिचय कराने के लिए बधाई। कुशलकुमारhttps://www.blogger.com/profile/05839935127665322734noreply@blogger.com