tag:blogger.com,1999:blog-8728902667790651060.post8347282117164876764..comments2023-05-20T19:11:36.808+05:30Comments on सुमनिका: प्रकृति का पूर्ण राग : बैजनाथAnup sethihttp://www.blogger.com/profile/13784545311653629571noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-8728902667790651060.post-35764389850167347842009-09-25T20:05:53.074+05:302009-09-25T20:05:53.074+05:30तस्वीरें बौत सुन्दर हैं. कुछ अट्पटा लगा,
( हालां...तस्वीरें बौत सुन्दर हैं. कुछ अट्पटा लगा, <br />( हालांकि सन्दर्भ से बाहर की बात है )<br /><br />"द्रविड़ों की मूर्ति पूजा ने आर्यों के यजन पर विजय पा ली।" <br />कुमार्स्वामी की इस उक्ति से लगता है मानो द्रविड़, निषाद, नाग, यक्ष, आदि स्थानीय जातियों ने आक्रांता आर्यों पर विजय पा ली थी. <br /><br />मैं ने कहीं यह भी पढ़ा था bull तथा mother goddess आदिम ऊर्वरता सम्प्रदयो के मॉटिफ् हैं, जो कि मध्य एशिआ, मिस्र, बेबिलोन, से ले कर, रोम व युनान तक फैले थे इसा पूर्व 7000 -2500 के बीच. कहीं ऐसा तो नहीं कि आर्य लोग ही इन प्रतीको को अपने साथ ले कर भारत आये हों ? जिग़्य़ासा है.अजेयhttps://www.blogger.com/profile/05605564859464043541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8728902667790651060.post-28684707498112391682009-09-25T15:05:44.045+05:302009-09-25T15:05:44.045+05:30बहुत सुन्दर वर्णनबहुत सुन्दर वर्णनMishra Pankajhttps://www.blogger.com/profile/02489400087086893339noreply@blogger.com